रविवार, 29 अप्रैल 2018

इस देश के एक अखबार के बड़े  संपादक  ने एक बार   कहा था कि अखबार का मालिक संपादक को जितनी स्वतंत्रता देता है, प्रेस की स्वतंत्रता वही है।
पर यदि संपादक उस स्वतंत्रता का सदुपयोग करे तो उतनी स्वतंत्रता भी पर्याप्त है।


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