गुरुवार, 19 मार्च 2020

‘‘शाहीन बाग में बैठी भीड़ अब आत्मघाती दस्ता बन चुकी है।
कोर्ट,पुलिस,सरकार ,डाक्टर्स किसी की बात नहीं मान रही ।
कल्पना कीजिए।
अगर इन्होंने जाफराबाद और चांदबाग में भी शाहीन बना लिया होता तो।’’
                               --कपिल मिश्र
                    राष्ट्रीय सहारा,19 मार्च, 2020

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