ऐसा क्यों है ? !!
इस देश के कुछ पूर्व राजा-महाराजा-जमींदार परिवार
आज भी
मतदाताओं के बीच लोकप्रिय हैं।
सिंधिया के साथ इतने विधायक !
आश्चर्य होता है।
पर, दूसरी ओर कुछ अन्य राजे-महराजे-जमींदार
आजाद भारत में अपना चुनाव तक नहीं जीत सके।
आखिर ऐसा क्यों है ?
कुछ दशक पहले दिवंगत प्रभाष जोशी के पुत्र की शादी में जोध पुर
गया था।
वहां हमारा ड्रायवर मौजूदा ‘‘हीज हाईनेस’’ की तारीफ किए
जा रहा था।
साथ ही, वह कह रहा था कि हमने
‘‘हिज हाइनेस’’ यानी गज सिंह के पूर्वज का शासन देखा था।
आज के शासक यानी निर्वाचित शासक उनके सामने फेल हैं।
वह ‘‘जोध पुर नरेश’’ गज सिंह के बदले उन्हें हिज हाईनेस ही
बोल रहा था।
गज सिंह भी उस शादी में आए थे।
आम लोगों को उनका विशेष सम्मान करते मैंने देखा।
लोकतंत्र में वैसा आम तौर पर नहीं देखा जाता।
याद रहे कि हमारे पूर्वज जोध पुर से ही बिहार आए थे।
इसलिए उस जगह को देखने की इच्छा थी।
इसलिए भी वहां गया था।
---सुरेंद्र किशोर,
11 मार्च 2020
इस देश के कुछ पूर्व राजा-महाराजा-जमींदार परिवार
आज भी
मतदाताओं के बीच लोकप्रिय हैं।
सिंधिया के साथ इतने विधायक !
आश्चर्य होता है।
पर, दूसरी ओर कुछ अन्य राजे-महराजे-जमींदार
आजाद भारत में अपना चुनाव तक नहीं जीत सके।
आखिर ऐसा क्यों है ?
कुछ दशक पहले दिवंगत प्रभाष जोशी के पुत्र की शादी में जोध पुर
गया था।
वहां हमारा ड्रायवर मौजूदा ‘‘हीज हाईनेस’’ की तारीफ किए
जा रहा था।
साथ ही, वह कह रहा था कि हमने
‘‘हिज हाइनेस’’ यानी गज सिंह के पूर्वज का शासन देखा था।
आज के शासक यानी निर्वाचित शासक उनके सामने फेल हैं।
वह ‘‘जोध पुर नरेश’’ गज सिंह के बदले उन्हें हिज हाईनेस ही
बोल रहा था।
गज सिंह भी उस शादी में आए थे।
आम लोगों को उनका विशेष सम्मान करते मैंने देखा।
लोकतंत्र में वैसा आम तौर पर नहीं देखा जाता।
याद रहे कि हमारे पूर्वज जोध पुर से ही बिहार आए थे।
इसलिए उस जगह को देखने की इच्छा थी।
इसलिए भी वहां गया था।
---सुरेंद्र किशोर,
11 मार्च 2020
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