हिन्दी अखबारों में लाॅकडाउन,क्वारेंटाइन और
सेनेटाइजर शब्द देख कर पंडित बाबूराव विष्ण पराड़कर
और प्रभाष जोशी जैसे महान संपादक याद आते हैं।
कहां गए वे लोग !!?
क्रिकेट की दुनिया को ‘फटाफट’ शब्द देने वाले जोशी जी यदि हमारे बीच होते तो उपर्युक्त तीनों अंग्रेजी शब्दों के लिए फटाफट कोई हिन्दी नाम दे देते।
याद रहे कि पंडित बाबूराव विष्णु पराड़कर ने ही संसद और संविधान शब्द दिए थे।
पराड़कर जी दैनिक ‘आज’ और जोशी जी ‘जनसत्ता’ के संपादक थे।
---सुरेंद्र किशोर--26 मार्च 2020
सेनेटाइजर शब्द देख कर पंडित बाबूराव विष्ण पराड़कर
और प्रभाष जोशी जैसे महान संपादक याद आते हैं।
कहां गए वे लोग !!?
क्रिकेट की दुनिया को ‘फटाफट’ शब्द देने वाले जोशी जी यदि हमारे बीच होते तो उपर्युक्त तीनों अंग्रेजी शब्दों के लिए फटाफट कोई हिन्दी नाम दे देते।
याद रहे कि पंडित बाबूराव विष्णु पराड़कर ने ही संसद और संविधान शब्द दिए थे।
पराड़कर जी दैनिक ‘आज’ और जोशी जी ‘जनसत्ता’ के संपादक थे।
---सुरेंद्र किशोर--26 मार्च 2020
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