शनिवार, 21 जनवरी 2023

 ‘पहले पेज का शेष’

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सुरेंद्र किशोर

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रोज की तरह आज भी मेरे सामने पटना और दिल्ली के 11 दैनिक अखबार हैं।

इनमें से एक को छोड़ कर दस अखबारों के पहले पेज पर 

61 जगह लिखा हुआ है--‘पहले पेज का शेष।’

   मुझे इन अखबारों को 61 बार उलटना और 61 बार पलटना पड़ेगा।

क्या कीजिएगा !

यह काम तो करना ही पड़ेगा।

उस काम में मेरा कितना बहुमूल्य समय जाया होगा ?

ये ‘शेष’ तो मेरे समय के लिए रोज ही ‘शेष नाग’ का काम करते हैं।

आज के एक अखबार के पहले पेज के सभी 13 समाचारों के शेष भीतर के पन्ने पर गए हैं।

अरे भई, ऐसी एक दो खबर हो तो बात समझ में आ सकती है।

 किसी स्टाॅल से किसी खास अखबार का झटके से सिर्फ पहला पेज देखकर अखबार खरीदने वालों के लिए ऐसा करना व्यावसायिक रूप से सही हो सकता है।

किंतु अधिकतर अखबारों को खरीदने या मंगाने वालों की अपनी -अपनी पसंद होती है।

वे सारे पेज पढ़ते हैं न कि सिर्फ पहला पेज।

इसलिए खबर आप चाहे जिस किसी पेज पर दें ,वे पढ़ ही लेंगे।

इसके बदले पहले पेज को सुंदर व शालीन बनाइए।

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21 जनवरी 23   





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