शुक्रवार, 13 जनवरी 2023

 इस देश के कुछ नेताओं और बुद्धिजीवियों के लिए प्रज्ञा सिंह ठाकुर के ‘कुबोल’ कोई समस्या नहीं।

नेताओं और बुद्धिजीवियों के दूसरे हिस्से के लिए ‘‘गजवा ए हिन्द’’ कोई समस्या नहीं।

  जबकि, देश की एकता,लोकतांंित्रक-व्यवस्था और सुख -शांति के लिए हर नागरिक को इन दोनों तरह की प्रवृतियों  के खिलाफ उठ खड़ा होना चाहिए।

  पर, वोट बैंक की राजनीति जो न कराए !!

इसे इस देश का दुर्भाग्य ही कहेंगे।

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7 जनवरी 23  


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