जन्म दिन पर (1 मई )
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मधु लिमये को एक खास बात के लिए
भी याद कर सकते हैं।
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मधु लिमये सन 1982 में सक्रिय राजनीति से अलग हो गए थे।
तब उनकी उम्र करीब 60 साल थी।
आज ऐसे कई बड़े नेता अस्सी की उम्र में पहुंच रहे हैं, फिर भी सत्ता की उनकी लालसा अभी मरी नहीं है।
व्याकुल भारत बने हुए हैं,साथ ही हंसी के पात्र भी।
ऐसे दिग्गज नेता लोग पहले केंद्र की सत्ता में भी रह चुके हैं।ऐसे नेताओं के नाम का अनुमान आप लगा ही सकते हैं।
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जनसंघ नेता नानाजी देशमुख भी करीब 64 साल की उम्र में ही सक्रिय राजनीति से अलग हो गए।
देशमुख और लिमये कभी सत्ता की कुर्सी पर रहे ही नहीं।
चाहते तो कुर्सी पा ही सकते थे।
वे दूसरों को कुर्सी दिलाते थे।
अतिवादी बलराज मधोक को जनसंघ में किनारे करके मध्यमार्गी अटल बिहारी वाजपेयी को आगे करने के पीछे नानाजी की बड़ी भूमिका थी।
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--सुरेंद्र किशोर
1 मई 21
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