पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हटें या
वहां तत्काल लागू हो राष्ट्रपति शासन
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--सुरेंद्र किशोर--
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा
है कि जान बचाने के लिए लोग मजबूर होकर मतांतरण
(यानी धर्मांतरण) कर रहे हैं।
यह अत्यंत गंभीर आरोप है।
यदि यह सच है तो जाहिर है कि ममता बनर्जी ने धर्मांतरण की छूट दे रखी है।
यदि झूठ है तो राज्यपाल राजनीतिक कारणों से ऐसा बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
पर, सच या झूठ का फैसला कौन करेगा ?
सुप्रीम कोर्ट के कोई जज इसकी जांच करें।
धनखड़ का आरोप सच साबित हो तो पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू हो।
उसे ‘कश्मीर’ बनने से रोका जाए।
साथ ही,राष्ट्रपति शासन में वहां सी.ए.ए. और एन.आर.सी.लागू हो।
नब्बे के दशक में तत्कालीन मुख्य मंत्री ज्योति बसु
पहचान पत्र बनाने की केंद्र सरकार की पहल पर अपनी सहमति दे चुके थे।
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16 मई 21
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