ताजा चुनाव को लेकर कर्नाटका के कई स्थानों
की चर्चा मीडिया में हो रही है।
उसमें एक नाम राम गढ़ का भी है।वहीं राम गढ़ जहां ‘शोले फिल्म की शूटिंग हुई थी।बंगलुरू-मैसूर मार्ग पर बंगलुरू से 50 किलोमीटर दूर है रामनगरम उर्फ राम गढ़।
मैं इमरजंेंसी में बंगलोर @उस समय यही नाम था@गया था - लाड़ली मोहन निगम के साथ।करीब एक सप्ताह तक एक होटल में टिका था।एक ही कमरे में तीन जन-
जे.एच.पटेल, लाड़ली मोहन निगम और मैं।पटेल बाद में वहां के मुख्य मंत्री बने और निगम राज्य सभा सदस्य।
खैर,उन दिनों बंगलोर की आबोहवा इतनी अच्छी थी कि वातानुकूलित सिनेमा हाॅल से निकलने के बाद बाहर ही अच्छा लगता था।
गहरे भूमिगत जार्ज फर्नांडिस के साथ हर रात राम गढ़ की पहाड़ी के पास जाते थे।
क्या करने जाते थे,यह नहीं बताऊंगा।
पर तब वहां जाने व एक खास काम करने में बड़ा रोमांच और संतोष था।
वहीं सुना था कि शोले की शूटिंग के समय धमेंद्र ,अमिताभ तथा अन्य कलाकार बंगलोर में रहते थे और रोज राम गढ़ जाते थे।वहां सिप्पी साहब ने शूटिंग के लिए ही एक गांव बसा दिया था जो फिल्म में दिखाई पड़ता है। वह राम गढ़ अब जिला बन गया है।
की चर्चा मीडिया में हो रही है।
उसमें एक नाम राम गढ़ का भी है।वहीं राम गढ़ जहां ‘शोले फिल्म की शूटिंग हुई थी।बंगलुरू-मैसूर मार्ग पर बंगलुरू से 50 किलोमीटर दूर है रामनगरम उर्फ राम गढ़।
मैं इमरजंेंसी में बंगलोर @उस समय यही नाम था@गया था - लाड़ली मोहन निगम के साथ।करीब एक सप्ताह तक एक होटल में टिका था।एक ही कमरे में तीन जन-
जे.एच.पटेल, लाड़ली मोहन निगम और मैं।पटेल बाद में वहां के मुख्य मंत्री बने और निगम राज्य सभा सदस्य।
खैर,उन दिनों बंगलोर की आबोहवा इतनी अच्छी थी कि वातानुकूलित सिनेमा हाॅल से निकलने के बाद बाहर ही अच्छा लगता था।
गहरे भूमिगत जार्ज फर्नांडिस के साथ हर रात राम गढ़ की पहाड़ी के पास जाते थे।
क्या करने जाते थे,यह नहीं बताऊंगा।
पर तब वहां जाने व एक खास काम करने में बड़ा रोमांच और संतोष था।
वहीं सुना था कि शोले की शूटिंग के समय धमेंद्र ,अमिताभ तथा अन्य कलाकार बंगलोर में रहते थे और रोज राम गढ़ जाते थे।वहां सिप्पी साहब ने शूटिंग के लिए ही एक गांव बसा दिया था जो फिल्म में दिखाई पड़ता है। वह राम गढ़ अब जिला बन गया है।
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