एक अच्छी खबर मैंने जरा देर से पढ़ी।
यह खबर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के शिष्टमंडल की इजरायल यात्रा को लेकर है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष के.पी.एस.केसरी के अनुसार शिष्टमंडल इजरायल जाएगा। 8 से 10 मई तक वहां विश्व स्तरीय सम्मेलन में शामिल होगा।सम्मेलन कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण को लेकर है। एसोसिएशन इजरायल से एग्रो इंड्रस्ट्रीज तकनीक लाएगा।
इन पंक्तियों के लिखते समय वहां सम्मेलन हो रहा होगा।
मेरा मानना रहा है कि इस देश खास कर बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य के लिए कृषि आधारित उद्योग अधिक जरूरी है।इससे खेती पर निर्भर लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी।
वह बढ़ेगी तभी तो कोई सामान्य उद्योग भी फलेगा,फूलेगा।
जब अधिकतर लोगों के पास कुछ खरीदने के लिए पैसे ही नहीं होंगे तो कारखानों के माल खरीदेगा कौन ?
आजादी के बाद से ही सरकार की ओर से यदि कृषि व उस पर आधारित उद्योगों की ओर समुचित ध्यान दिया गया होता तो आज देश की आार्थिक स्थिति बेहतर रहती।बेरोजगारी भी कम हुई होती।
यह खबर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के शिष्टमंडल की इजरायल यात्रा को लेकर है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष के.पी.एस.केसरी के अनुसार शिष्टमंडल इजरायल जाएगा। 8 से 10 मई तक वहां विश्व स्तरीय सम्मेलन में शामिल होगा।सम्मेलन कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण को लेकर है। एसोसिएशन इजरायल से एग्रो इंड्रस्ट्रीज तकनीक लाएगा।
इन पंक्तियों के लिखते समय वहां सम्मेलन हो रहा होगा।
मेरा मानना रहा है कि इस देश खास कर बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य के लिए कृषि आधारित उद्योग अधिक जरूरी है।इससे खेती पर निर्भर लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी।
वह बढ़ेगी तभी तो कोई सामान्य उद्योग भी फलेगा,फूलेगा।
जब अधिकतर लोगों के पास कुछ खरीदने के लिए पैसे ही नहीं होंगे तो कारखानों के माल खरीदेगा कौन ?
आजादी के बाद से ही सरकार की ओर से यदि कृषि व उस पर आधारित उद्योगों की ओर समुचित ध्यान दिया गया होता तो आज देश की आार्थिक स्थिति बेहतर रहती।बेरोजगारी भी कम हुई होती।
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