सोमवार, 11 मई 2020

 डी.जी.पी.का मौन संदेश-
 छोटा नहीं है कोई काम !
  --सुरेंद्र किशोर--
गाय दुहते बिहार के डी.जी.पी गुप्तेश्वर पांडेय की 
तस्वीर छाप कर दैनिक भास्कर,पटना ने बढ़िया 
काम किया है।
इससे समाज में अच्छा संदेश जाता है।
संदेश यह कि कोई भी काम छोटा नहीं है।
ऐसी तस्वीरों से आज के युवजन को खास तौर पर संदेश
 मिल सकता है यदि लेना चाहें।
काफी पहले मैंने जब सुना कि आई.ए.एस.अधिकारी 
रामउपदेश सिंह ‘विदेह’ को गाय दुहते देखा गया है तो 
मुझे आश्चर्य हुआ था।
कहां कमिश्नर स्तर के अफसर और कहां गाय 
दुहने जैसा काम !
खैर, अब आश्चर्य नहीं होता।अब खुशी होती है।
  हाल में रिटायर आई.पी.एस.अधिकारी एस.के. भारद्वाज को 
खेती करते देखा गया है।
  पूर्व केंद्रीय मंत्री डा.राम सुभग सिंह सक्रिय राजनीति से जब अलग हो गए थे तो वे आरा स्थित अपने आवास में गोपालन 
करते थे।
गोपालन यानी सचमुच गोपालन।
दूर खड़े होकर गोपालन नहीं।
  सी.बी.आई.के पूर्व निदेशक राजदेव सिंह हमारे इलाके 
के थे।
या यूं कहिए कि मैं उनके इलाके का मूल निवासी हूं।
मेरे बाबू जी उनसे मिलने कभी-कभी पटना आते थे।
एक बार की बात है।
तब पटना में उनका मकान बन रहा था।
राजदेव बाबू, जिनकी ईमानदारी की लोग कसमें खाते हैं,
भवन निर्माण के काम में मजदूरों के साथ-साथ 
खुद भी ईंट ढोते थे।
बाबू जी ने उन्हें ऐसा करते देखा था।
तब अक्सर बाबू जी हमलोगों से कहा करते थे कि 
‘तोहरा लोग के राजदेव सिंह से शिक्षा लेवे के चाहीं।’’
कुछ ऐसे अन्य उदाहरण भी मिल सकते हैं जिनकी मीडिया
 में चर्चा होनी चाहिए।  
आज के संदर्भ में यह और भी महत्वपूर्ण है।
बिहार के अनेक युवकों को अपने गांव में कोई छोटा-मोटा
काम करने में शर्म महसूस होती है।
पर, वे ही अन्य राज्यों में जाकर उससे भी छोटा काम 
अधिक मेहनत व तन्मयता के साथ करते हैं।
 जब कोरोना जैसी विपत्ति आती है तो 
वहां भागकर अपनी मातृभूमि में एक बार फिर शरण लेने 
के लिए जान लेने-देने को उतारू हो जाते हैं।
अरे, भई अपने डी.जी.पी.जैसे बड़े लोगों से शिक्षा लीजिए।
अपने ही घर में रहकर छोटे से शुरू कीजिए।
एक दिन यहीं बड़ा काम करने का भी अवसर मिल सकता है।
मैंने अपने इलाके के एक व्यक्ति को बचपन से देखा है।
करीब पांच दशक पहले उन्होंने टायर गाड़ी चलाकर माल 
ढोना शुरू किया था।
उन्हें तब रोज के 25 रुपए मिलते थे।
धीरे -धीरे वे आर्थिक रूप से आगे बढ़ते चले गए।
आज स्थिति यह है कि जिसे भी अपनी जमीन बेचनी 
होती है तो सबसे पहले उसी व्यक्ति के यहां जाता है।   
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--11 मई 2020

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