हम ऐसे देश में रहते हैं जहां सोसायटी वाले रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को काम करने नहीं देते। विभाजित ग्रामीण समाज ग्राम पंचायत ठप कर देता है। बेतरतीब शहरी बस्तियां स्थानीय निकायों के लिए दुःस्वप्न बन जाती हैं। तमाम शहरी लोग मतदान को बोझ मानते हैं। फिर भी सरकार सबको बेहतरीन चाहिए।
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--कंचन गुप्त, दैनिक जागरण। 19 मई 2020
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--कंचन गुप्त, दैनिक जागरण। 19 मई 2020
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