लाॅकडाउन शब्द अब गांव-गांव में प्रचलित हो गया है।
यह शब्द अब अधपढ़ से लेकर अनपढ़ तक की जुबान पर है।
ठीक इसी तरह अस्सी के दशक में बोफोर्स शब्द प्रचलित हुआ था।
उन दिनों तो सुदूर इलाकों में सड़कों के किनारे ‘बोफोर्स चाय’ भी मिलने लगी थी।
अभी क्वारंटाइन और कंटेनमेंट शब्द प्रचलित नहीं हुए हैं।
पर, ग्रीन जोन, आॅरेंज जोन और रेड जोन जरुर चर्चा में हैं।
याद रहे कि लाॅकडाउन से तो सब पीड़ित हैं,पर क्वारंटाइन और कंटेनमेंट
का असर सब पर नहीं है।
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--सुरेंद्र किशोर-5 मई 20
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