धारावाहिक ‘रामायण’ की अपार
लोकप्रियता यानी मर्यादा का संदेश !!
........................................
धारावाहिक ‘रामायण’ ने दर्शकों की संख्या
के मामले में
विश्व रिकाॅर्ड बना लिया।
आखिर ऐसा क्यों हुआ ?
दरअसल एक मर्यादा पुरुषोत्तम की कहानी देखने
में लोगों की इतनी अधिक रूचि क्यों है ?
क्यों न हो ? !
आज लोक जीवन में मर्यादा की ही तो कमी
होती जा रही है।
हर तरह की मर्यादा की कमी !
जब हम आसपास मर्यादा कम देखते हैं तो उसकी
कमी टी.वी. पर देख कर फिलहाल संतोष कर लेना चाहते हैं।
‘रामायण’ के दर्शकों की रिकाॅर्ड तोड़ संख्या तरह -तरह के ‘शासकों’ को भी संदेश दे रही है।
लोक जीवन में भरसक मर्यादा कायम करने, बनाए रखने और मर्यादा का आदर्श हासिल करने की कोशिश कीजिए।
अन्यथा, आपकी खैर नहीं !
तरह -तरह के शासक का क्या अर्थ है ?
जिनके भी हाथों में किसी का भला करने या नुकसान करने की किसी तरह की ताकत है,उन सबको ‘शासक’ माना जाना चाहिए।बड़े -बड़े पदों पर आसीन लोग तो शासक हैं ही।
---सुरेंद्र किशोर-3 मई 2020
लोकप्रियता यानी मर्यादा का संदेश !!
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धारावाहिक ‘रामायण’ ने दर्शकों की संख्या
के मामले में
विश्व रिकाॅर्ड बना लिया।
आखिर ऐसा क्यों हुआ ?
दरअसल एक मर्यादा पुरुषोत्तम की कहानी देखने
में लोगों की इतनी अधिक रूचि क्यों है ?
क्यों न हो ? !
आज लोक जीवन में मर्यादा की ही तो कमी
होती जा रही है।
हर तरह की मर्यादा की कमी !
जब हम आसपास मर्यादा कम देखते हैं तो उसकी
कमी टी.वी. पर देख कर फिलहाल संतोष कर लेना चाहते हैं।
‘रामायण’ के दर्शकों की रिकाॅर्ड तोड़ संख्या तरह -तरह के ‘शासकों’ को भी संदेश दे रही है।
लोक जीवन में भरसक मर्यादा कायम करने, बनाए रखने और मर्यादा का आदर्श हासिल करने की कोशिश कीजिए।
अन्यथा, आपकी खैर नहीं !
तरह -तरह के शासक का क्या अर्थ है ?
जिनके भी हाथों में किसी का भला करने या नुकसान करने की किसी तरह की ताकत है,उन सबको ‘शासक’ माना जाना चाहिए।बड़े -बड़े पदों पर आसीन लोग तो शासक हैं ही।
---सुरेंद्र किशोर-3 मई 2020
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