‘याद है ना दोस्तो, चारा घोटाला जिसमें ट्रक की जगह स्कूटर का रजिस्ट्रेशन नंबर दिया गया था।
आज ठीक उसी प्रकार बस के नाम पे दुपहिया वाहन और आटो का नंबर प्रियंका जी ने दिया है। प्रियंका वाड्रा लालू यादव जी से प्रेरित हैं।
----संबित पात्रा,
राष्ट्रीय प्रवक्ता,भाजपा
राष्ट्रीय सहारा, 20 मई 2020
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संबित पात्रा का होम वर्क आम तौर पर सही होता है। बातें रखने का उनका अंदाज भी मुझे पसंद है। पर पात्रा जी, इस मामले में आप गलत हैं। चारा घोटाले के जिस प्रकरण की आपने चर्चा की है, वह कांग्रेस शासनकाल में ही घटित हो चुका था।
यानी, लालू के सत्ता में आने से पहले ही बिहार की कांग्रेसी सरकार ‘स्कूटर पर सांड’ ढुलवा चुकी थी। यह बात अस्सी के दशक की है। सी.ए.जी.रपट में इसका खुलासा हुआ था।
‘द हिन्दू’ के बिहार संवाददाता रमेश उपाध्याय की तत्संबंधी रपट फोटोकाॅपी के साथ छपी थी।
चारा घोटाले को लेकर लालू प्रसाद के शासनकाल की घटनाएं ऐसी साधारण नहीं ,बल्कि ‘असाधारण’ थीं।
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-- सुरेंद्र किशोर - 20 मई 2020
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