मंगलवार, 7 जुलाई 2020

अपनी राजनीतिक टांगें बचा सको तो बचा लो !
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सन् 2019 के लोक सभा चुनाव की बात है।
अपनी वास्तविक राजनीतिक ताकत की अपेक्षा 
अधिक ऊंची राजनीतिक उड़ान भरने की कोशिश में 
कुछ बिहारी नेताओं ने अपनी राजनीतिक टांगें तुड़ा 
लीं।
   बिहार विधान सभा का चुनाव भी अब दूर नहीं।
संकेत हैं कि आगामी चुनाव में भी कुछ वैसे ही 
स्वभाव के नेताओं की राजनीतिक टांगें टूटने ही वाली हैं।
  इस बीच जो चेत गए और धरती पर आ गए 
तो शायद वे अपनी ‘टांगें’ बचा ले जाएं।
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  --सुरेंद्र किशोर--23 जून 20


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