चीन के समक्ष भारत तन कर खड़ा हो गया।
नतीजा सामने है।
इससे पहले इस देश के बाहरी और भीतरी दुश्मनों
व स्वार्थी तत्वों को यह उम्मीद थी कि चीन इस बार भारत का मान
मर्दन कर देगा।
उससे उन देशद्रोहियों व स्वार्थी तत्वों की राह भी आसान हो जाएगी।
पर, ऐसा कुछ नहीं हो सका।
होगा भी नहीं।
इसलिए वे अब समझ लें कि आने वाले दिन उनके लिए कैसे होंगे !
......................................
कुछ लोग हथियारों के बल पर
एक खास विचारधारा का शासन इस देश पर कायम करना चाहते हैं।
कुछ अन्य लोग हिंसक तरीके से एक खास धर्म का शासन इस देश में
कायम करने की कोशिश में लगे हैं।
........................................................
उन्हें अब यह बात समझ में आ जानी चाहिए कि जिस तरह मोदी सरकार
परिणामों की परवाह किए बिना अपने हक के लिए चीन के सामने तन कर खड़ी है,उसी तरह उनके सामने भी खड़ी मिलेगी।
.............................................
यह कम ही लोगों को मालूम है कि गत मार्च में ही केंद्र सरकार ने
सुप्रीम कोर्ट से कह दिया कि इस देश के लिए एन.आर.सी.यानी नागरिकांे का नेशनल रजिस्टर जरूरी है।
........................
---सुरेंद्र किशोर--24 जून 20
नतीजा सामने है।
इससे पहले इस देश के बाहरी और भीतरी दुश्मनों
व स्वार्थी तत्वों को यह उम्मीद थी कि चीन इस बार भारत का मान
मर्दन कर देगा।
उससे उन देशद्रोहियों व स्वार्थी तत्वों की राह भी आसान हो जाएगी।
पर, ऐसा कुछ नहीं हो सका।
होगा भी नहीं।
इसलिए वे अब समझ लें कि आने वाले दिन उनके लिए कैसे होंगे !
......................................
कुछ लोग हथियारों के बल पर
एक खास विचारधारा का शासन इस देश पर कायम करना चाहते हैं।
कुछ अन्य लोग हिंसक तरीके से एक खास धर्म का शासन इस देश में
कायम करने की कोशिश में लगे हैं।
........................................................
उन्हें अब यह बात समझ में आ जानी चाहिए कि जिस तरह मोदी सरकार
परिणामों की परवाह किए बिना अपने हक के लिए चीन के सामने तन कर खड़ी है,उसी तरह उनके सामने भी खड़ी मिलेगी।
.............................................
यह कम ही लोगों को मालूम है कि गत मार्च में ही केंद्र सरकार ने
सुप्रीम कोर्ट से कह दिया कि इस देश के लिए एन.आर.सी.यानी नागरिकांे का नेशनल रजिस्टर जरूरी है।
........................
---सुरेंद्र किशोर--24 जून 20
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें