रविवार, 5 जुलाई 2020

     अगर आठ अपराधी किसी एनकाउंटर में मारे गए होते
तो मीडिया का एक गुट, मानवाधिकार के तथाकथित रखवाले और सिविल सोसायटी का झंडा उठाने वाले लोग अब तक आसमान सिर पर उठा लेते।
    अपराधियों के परिवार के सदस्यों का रोते हुए वीडियो 
वायरल हो रहा होता।
    मुठभेड़ को फर्जी बताकर योगी सरकार का इस्तीफा मांगा जाता।
     --पंकज झा,
    दैनिक जागरण
      5 जुलाई, 20 

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