गुरुवार, 30 जुलाई 2020


‘‘समय से पहले और तकदीर से ज्यादा
किसी को कुछ नहीं मिलता।’’
            --- अज्ञात
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तो काहे को होत अधीर रे मनुआ !!!????
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इस कहावत के कुछ अपवाद भी हैं।
-- सुरेंद्र किशोर --27 जुलाई, 20

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