पंजाब का ‘‘कैंसर मेल’’ ट्रेन
पंजाब के गांवों में कैंसर की महामारी
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--सुरेंद्र किशोर--
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देश के बुजुर्ग, ईमानदार और अनुभवी पत्रकार मनमोहन शर्मा
ने गत 21 नवंबर, 2020 को मेरे फेसबुक वाॅल पर अपना यह अनुभव साझा किया,
‘‘पंजाब में कृषि में केमिकल खाद एवं कीटनाशकों
का अंधाधुंध उपयोग हो रहा है।
उससे भूजल में आर्सेनिक की मात्रा में भारी वृद्धि हो गई है।
परिणामस्वरूप पंजाब के गांवों में कैंसर महामारी का रूप ले चुका है।
आम कृषि उत्पादनों में भी इसकी मात्रा बहुत बढ़ गई है।
राजस्थान के श्रीगंगानगर ,हनुमान गढ़ और भटिंडा-पटियाला के बीच चलने वाली रेलगाड़ी का नाम
ही आम बोलचाल में कैंसर मेल हो गया है।
हाल में मैं पंजाब के गांवों में गया था।
साठ प्रतिशत घरों में कैंसर के रोगी हैं।
इसका प्रकोप दिन-प्रति दिन बढ़ता जा रहा है।’’
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मेरी टिप्पणी-
पंजाब से बड़ी मात्रा में अनाज दूसरे स्थानों में भेजा जाता है।
एक ताजा खबर के अनुसार चावल,आटा और आलू में भी आर्सेनिक पाया जा रहा है।
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आर्सेनिक से भी कैंसर होता है।
क्या पंजाब के किसान नेता इस मारक समस्या के समाधान के लिए भी कभी सरकारों पर दबाव बनाएंगे और
इसको लेकर आम किसान दिल्ली का घेराव करेंगे ?
पता नहीं !
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--5 दिसंबर, 20
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