शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2018

बिजली और सी.सी.टी.वी.कैमरे के प्रसार का
कुछ अतिरिक्त लाभ भी देखा जा  रहा है।
 अब उन देहाती इलाकों में भी अधिक लोगों के लिए टी.वी.देखना संभव हो रहा है जहां हाल तक बिजली नहीं थी।
अब कुछ अधिक लोग टी.वी.पर  नेताओं को सुन-देख रहे हैं।उन्हें समझने का अधिक अवसर मिल रहा है।राजनीतिक जागरूकता तो पहले से ही रही है।लोगों की जानकारियां अब और भी बढ़ रही हैं।
जानकारियां बढ़ने के अपने नतीजे होते हैं।कहा जाता है कि इन्फोरमेशन इज पावर ! सूचना में बड़ी ताकत होती है।
देखना होगा कि आने वाले दिनों में ऐसी बढ़ी हुई ताकत का राजनीतिक इस्तेमाल कहां -कहां और कैसे- कैसे होता है।
 गांवों में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके यहां भले अखबार  नहीं आता है  लेकिन वे टी.वी. रखना पसंद करते हैं।
   उधर सी.सी.टी.वी.कैमरे से अपराधियों का पकड़ने में पुलिस को अब कुछ अधिक सुविधा हो रही है।हालांकि अभी इसका प्रसार गांवों में नहीं है।  


    

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