--कर्पूरी ठाकुर की विनम्रता--
इस साल भी 17 फरवरी को कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि मनाई जाएगी।
उस अवसर पर उनके व्यक्तित्व के एक खास पक्ष की याद आती है।
बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री कर्पूरी ठाकुर की लोकप्रियता में पचास प्रतिशत योगदान उनकी कठोर ईमानदारी और उनके अत्यंत शिष्ट व्यवहार का था।
पचास प्रतिशत योगदान अन्य तत्वों का था।
राजनीति में इन दिनों ये दोनों बातें विरल हैं।
अब तो गुस्सा, अशिष्टता,गाली -गलौज और कभी -कभी हिंसा भी हावी हैं।
दरअसल राजनीति जब सेवा की जगह संपत्ति-संतति के विकास का साधन बन जाए तो आपसी कटुता बढ़ेगी ही।
अपवादों की बात और है।
इस साल भी 17 फरवरी को कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि मनाई जाएगी।
उस अवसर पर उनके व्यक्तित्व के एक खास पक्ष की याद आती है।
बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री कर्पूरी ठाकुर की लोकप्रियता में पचास प्रतिशत योगदान उनकी कठोर ईमानदारी और उनके अत्यंत शिष्ट व्यवहार का था।
पचास प्रतिशत योगदान अन्य तत्वों का था।
राजनीति में इन दिनों ये दोनों बातें विरल हैं।
अब तो गुस्सा, अशिष्टता,गाली -गलौज और कभी -कभी हिंसा भी हावी हैं।
दरअसल राजनीति जब सेवा की जगह संपत्ति-संतति के विकास का साधन बन जाए तो आपसी कटुता बढ़ेगी ही।
अपवादों की बात और है।
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