मंगलवार, 5 फ़रवरी 2019

  अस्सी के दशक में बिहार के एक मुख्य मंत्री जमानत पर थे।
उन पर भ्रष्टाचार का आरोप था।
पटना हाईकोर्ट के न्यायमूत्र्ति उदय सिन्हा ने तब कहा था कि बिहार के बाहर जाना हो तो मुख्य मंत्री को पहले स्थानीय पुलिस थाने को सूचित करना होगा।
  तब देश में  इसको लेकर बिहार की बहुत बदनामी हुई थी।
लोग पूछते  थे कि कैसा राज्य है जहां के मुख्य मंत्री को राज्य से बाहर जाने से पहले थाने को सूचित करना होता है ?
  पर, ऐसे मामले में अब पूरे देश का क्या हाल है ?
लगता है कि आज तो पूरा देश ही बिहार बन गया है।
कुएं में ही भांग पड़ चुकी है।
बिहार सहित देश के दर्जनों बड़े -बड़े नेता आज जमानत पर हैं।
मैं ऐसे नेताओं की एक सूची बनाना चाहता हूंं।
कई नाम तो मुझे मालूम हैं।पर लिस्ट को पूरा करने में आप भी मेरी मदद करें।नाम बताएं।
चाहे नेता जिस किसी दल को हो,उसका ध्यान रखे बिना जानकारी दें।
‘सर्वदलीय’ सूची बन जाएगी।
पर पक्की जानकारी रहने पर ही किसी का नाम दें।अनुमान से नहीं।
हां, ऐसे नेता का ही नाम दें जो कभी न कभी सत्ता में रह चुका  हो या आज भी सत्ता में है।
 देश को मालूम होना चाहिए कि आज की राजनीति का क्या हाल है।कैसा स्वरूप बन गया है हमारे लोकतंत्र का।
कैसे-कैसे लोग इस देश के लोकतंत्र के मंदिर को ‘सुशोभित’ कर रहे हैं। इसका नतीजा क्या होगा ? बीमारी बढ़ती जा रही है।भ्रष्ट लोग शर्माने के बदले उल्टे सांड़ की तरह सींग मार रहे हैं।
  स्थिति की गंभीरता देख कर शायद कुछ लोग जगें और राजनीति की सूरत बदलने की दिशा में अपनी-अपनी ओर से जो बन पाए, वैसा प्रयास करें।व्यक्तिगत प्रयास शायद किसी दिन सामूहिक प्रयास में बदल जाए ! 

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