बुधवार, 6 फ़रवरी 2019

 भारत सरकार जब आॅगस्ता वेस्टलैंड मामले के सह आरोपी राजीव सक्सेना को इजराइली स्टाइल में दुबई से खींच कर भारत लाती है तो कुछ लोग कहते हैं कि मोदी हिटलरशाही की ओर बढ़ रहा है।
पर जब ‘बैंक लुटेरा’ विजय माल्या भारत सरकार को कानूनी पेचदगियों में उलझा कर महीनों से लंदन में जमा हुआ है तो वही लोग कहते हैं कि उससे अरूण जेटली मिला हुआ है।
  आखिर अरबांे रुपए के लुटेरों को कानून के सामने खड़ा करने के लिए तीसरा कौन सा  उपाय किया जाना  चाहिए ?

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