कश्मीर की स्थिति पर
किसी की लिखी
ये चार पंक्तियां
--------------------
उम्र जन्नत में रह कर ,
उसे उजाड़ने में गुजार दी,
और जिहाद बस इस बात का था,
कि मरने के बाद जन्नत मिले......।
--------
ऐसे जिहादी तो पूरी दुनिया में फैले हुए हैं,
पता नहीं, कल इस दुनिया का क्या होगा ? !
पर, भारत व शेष दुनिया में फर्क यह है कि
वोट के लिए जिहादियों के समर्थक सिर्फ भारत मेंेें हैं।
शायद अन्य किसी देश में ऐसा नहीं है।
किसी की लिखी
ये चार पंक्तियां
--------------------
उम्र जन्नत में रह कर ,
उसे उजाड़ने में गुजार दी,
और जिहाद बस इस बात का था,
कि मरने के बाद जन्नत मिले......।
--------
ऐसे जिहादी तो पूरी दुनिया में फैले हुए हैं,
पता नहीं, कल इस दुनिया का क्या होगा ? !
पर, भारत व शेष दुनिया में फर्क यह है कि
वोट के लिए जिहादियों के समर्थक सिर्फ भारत मेंेें हैं।
शायद अन्य किसी देश में ऐसा नहीं है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें