सोमवार, 4 फ़रवरी 2019

     त्वरित जनमत सर्वे जरूरी
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कोलकाता में जो कुछ हो रहा है,उससे लगता है कि अपने देश का लोकतंत्र एक बार फिर संक्रमणकाल के दौर में प्रवेश कर गया है।
  2019 के लिए अघोषित चुनाव घोषणा पत्र तैयार हो रहा है।
इसकी तार्किक परिणति क्या होगी ?
इस पर देश के आम लोग क्या सोचते हैं ?
मेरी राय है कि मीडिया संगठनों को इस ऐतिहासिक अवसर पर अपने- अपने पाठकों -श्रोताओं के बीच त्वरित  जनमत सर्वेक्षण कराना चाहिए।

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