इन दिनों चारों तरफ नफरत का तेजाबी जहर फैला हुआ है।
कोई भी पक्ष विवेकपूर्ण बातें सुनने को तैयार नहीं लगता है। 2019 के लोस चुनाव तक ऐसा ही रहने की आशंका है।इसलिए कुछ लोगों से दोस्ती व अपनी प्रतिष्ठा बचानी है तो बेहतर यह है कि खास मुद्दे पर कोई पोस्ट न लिखा जाए।
कोई भी पक्ष विवेकपूर्ण बातें सुनने को तैयार नहीं लगता है। 2019 के लोस चुनाव तक ऐसा ही रहने की आशंका है।इसलिए कुछ लोगों से दोस्ती व अपनी प्रतिष्ठा बचानी है तो बेहतर यह है कि खास मुद्दे पर कोई पोस्ट न लिखा जाए।
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