डा.राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि
‘लोग मेरी बात सुनेंगे जरूर,पर मेरे मरने के बाद।’
पर मुलायम सिंह यादव ने डा.लोहिया को गलत ढंग से उधृत करते हुए कह दिया कि ‘लोहिया भी कहा करते थे कि इस देश में जिन्दा रहते कोई सम्मान नहीं करता।’
याद रहे कि सम्मान करने और बातें सुनने में अंतर है।
मुलायम सिंह यादव ने कल कहा कि ‘आज मेरा कोई सम्मान नहीं करता।’
इससे पहले भी मुलायम जी ऐसी बातें कह चुके हैं।
दरअसल एक कहावत है कि ‘इज्जत कमाई जाती है,मांगी नहीं जाती।’
इस बात को इस देश के नेता कब समझेंगे ?
इस मामले में बेचारे मुलायम जी अकेले नहीं हैं।
मुलायम जी साफ दिल के व्यक्ति हैं,वे बोल देते हैं।अन्य अनेक नेता भी इज्जत कमाने के बदले मांगते रहते हैं।
बिना कमाए मिलेगा कैसे ?
‘लोग मेरी बात सुनेंगे जरूर,पर मेरे मरने के बाद।’
पर मुलायम सिंह यादव ने डा.लोहिया को गलत ढंग से उधृत करते हुए कह दिया कि ‘लोहिया भी कहा करते थे कि इस देश में जिन्दा रहते कोई सम्मान नहीं करता।’
याद रहे कि सम्मान करने और बातें सुनने में अंतर है।
मुलायम सिंह यादव ने कल कहा कि ‘आज मेरा कोई सम्मान नहीं करता।’
इससे पहले भी मुलायम जी ऐसी बातें कह चुके हैं।
दरअसल एक कहावत है कि ‘इज्जत कमाई जाती है,मांगी नहीं जाती।’
इस बात को इस देश के नेता कब समझेंगे ?
इस मामले में बेचारे मुलायम जी अकेले नहीं हैं।
मुलायम जी साफ दिल के व्यक्ति हैं,वे बोल देते हैं।अन्य अनेक नेता भी इज्जत कमाने के बदले मांगते रहते हैं।
बिना कमाए मिलेगा कैसे ?
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