सोमवार, 12 नवंबर 2018

पति-पत्नी यदि आपस में लड़ना चाहें तो उन्हें सुबह से शाम तक इसके लिए दर्जनों बहाने मिल जाएंगे।
  पर,यदि अपनी  और अपने परिवार की तरक्की के लिए शांतिपूर्वक रह कर अपने काम में लगे रहना चाहें तो वे दिन भर में इसके लिए कई उपाय खोज ले सकते हैं।
  टी.वी.धारावाहिक देख कर बड़े होते छोटे बच्चे भी कई बार यह बता देते हैं कि उनके लड़ते-झगड़ते माता-पिता में से कौन कब गलती पर होता  है।
   बेहतर हो कि कभी अपने बच्चे को ही पंच बना कर झगड़ा शांत कर लेेने का बहाना ढूंढ़ लिया जाए।
  मैं यह दावा नहीं करता कि 45 साल के दाम्पत्य जीवन में हम कभी लड़े नहीं।पर हां, इसकी नौबत कभी नहीं आई कि पत्नी ने कहा कि मैं मैके चली जाऊंगा या मैंने कहा हो कि मैं घर छोड़कर चला जाऊंगा।
  हां, अघोषित समझौते के तहत हमने एक उपाय जरूर किया।मैं गुस्से में रहा तो पत्नी मौन हो गयीं और पत्नी गुस्से में रहीं तो मैं शांत रहा।

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