रविवार, 25 नवंबर 2018

 जिन लोगों को लगता है कि सी.बी.आई.में पहली बार इतनी बड़ी गिरावट आई है,वे 1975 के ललित नारायण मिश्र हत्या कांड से संबंधित मामले का सांगोपांग अध्ययन कर लें।
   मिश्र जी रेल मंत्री थे जब उनकी हत्या हुई थी।पर सी.बी.आई.ने उस कांड को भी ऐसा मोड़ दे दिया था कि असली अपराधी साफ बच निकले थे।
 जिन आनंदमार्गियों को पकड़ कर सी.बी.आई.सजा दिलवाई उनके बारे में मिश्र जी के परिजन ने क्या कहा ?
  ललित नारायण मिश्र के अनुज डा.जगन्नाथ मिश्र और पुत्र विजय कुमार मिश्र ने अदालत में कहा कि आनंद मार्गियों से ललित बाबू की कभी कोई दुश्मनी नहीं रही।

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