संदर्भ --
झारखंड सरकार के मंत्री
सरयू राय
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यदि किसी नेता के पास अपना जमीर भी हो और अपनी बुद्धि भी !
और, यदि जमीर-बुद्धि जागृत अवस्था में भी हो !
तो फिर ऐसी ‘गैर जरूरी’ चीजों का ‘व्यापक दलीय अनुशासन’ से एक न एक दिन टकराव स्वाभाविक है।
झारखंड सरकार के मंत्री
सरयू राय
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यदि किसी नेता के पास अपना जमीर भी हो और अपनी बुद्धि भी !
और, यदि जमीर-बुद्धि जागृत अवस्था में भी हो !
तो फिर ऐसी ‘गैर जरूरी’ चीजों का ‘व्यापक दलीय अनुशासन’ से एक न एक दिन टकराव स्वाभाविक है।
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