शुक्रवार, 22 नवंबर 2019

संदर्भ --
झारखंड सरकार  के मंत्री
सरयू राय  
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यदि किसी नेता के पास अपना जमीर भी हो और अपनी बुद्धि भी ! 
और, यदि जमीर-बुद्धि जागृत अवस्था में भी हो !
तो फिर ऐसी ‘गैर जरूरी’ चीजों का ‘व्यापक दलीय अनुशासन’ से एक न एक दिन टकराव स्वाभाविक है।

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