3 नवंबर 2019 को जवाहरलाल नेहरू के सुनहले पक्ष की विस्तृत चर्चा करते हुए एक लेख पोस्ट किया था।
अब तक मात्र 21 ‘लाइक’ आए हैं।
नेहरू की सराहना करने पर ऐसा लगभग हर बार होता है।
पर यदि उनकी विफलताओं की चर्चा करता हूं तो बड़ी संख्या में ‘लाइक’ आते हैं।
ऐसा नहीं कि हमारी मित्र मंडली में सिर्फ एक ही विचारधारा के लोग हैं।
ऐसा क्यों होता है ?
अब तक मात्र 21 ‘लाइक’ आए हैं।
नेहरू की सराहना करने पर ऐसा लगभग हर बार होता है।
पर यदि उनकी विफलताओं की चर्चा करता हूं तो बड़ी संख्या में ‘लाइक’ आते हैं।
ऐसा नहीं कि हमारी मित्र मंडली में सिर्फ एक ही विचारधारा के लोग हैं।
ऐसा क्यों होता है ?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें