सोमवार, 25 मार्च 2019

‘लगता है जैसे कि महात्मा गांधी के तीन बंदरों 
ने योजना बनाकर हमें मोबाइल थमा दिया है, जिसके हाथ में होने पर , ना तो हम किसी से बात करते हैं ,ना किसी की ओर देखते हैं ना ही किसी को सुनने की जहमत उठाते हैं।’
                        --हर्ष गोयनका, उद्योगपति

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