शुक्रवार, 29 मार्च 2019

  लोकपाल-भारत की धरती के भगवान !
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  देश के पहले लोकपाल का न्यायिक सदस्य बने अजय कुमार त्रिपाठी ने कहा है कि ‘मुझे जो भी दायित्व सौंपा जाएगा ,उसे पूरी निष्ठा से पूरा करूंंगा।मुझे विश्वास है कि लोकपाल के जरिए लोगों की आशाएं और आकांक्षाएं पूरी होंगी।’@-दैनिक भास्कर@
  मुझे त्रिपाठी जी की बात पर पूरा भरोसा है।
पटना हाईकोर्ट के जज की हैसियत से उन्होंने जिस ईमानदारी व निष्पक्षता से लंबे समय तक काम किया,उसकी सुगंध मुझे भी मिलती रही ।मैं उनसे न तो व्यक्तिगत रूप से परिचित हूं और न मिला हूं।
  हां, मैं आंख-कान खोल कर रहने वाला व्यक्ति हूं, इसलिए जानता हूंं।
पहले से डाक्टरों को ‘धरती का भगवान’ कहा जाता रहा है।मेरा तो मानना है कि धरती के एक और भगवान हैं-जो इस देश की तिजोरी को लूटने वालों को उनके असली मुकाम तक पहुंचा देते हैं।
  लोकपाल का भी यही तो काम है।जरूरत है कि उस प्रतिष्ठित संस्था से इस देश के बड़े- बड़े भ्रष्ट और घोटालेबाज डरें चाहे वे जितने भी ताकतवर क्यों न हों !
भ्रष्टाचार इस देश की सबसे बड़ी समस्या है।इसी से अन्य समस्याएं भी निकलती-बढ़ती-पनपती हैं।
है।अमीर देशों का भ्रष्टाचार लोगों की सुविधा में थोड़ी कमी  करता है।
पर,भारत जैसे गरीब देशों का भ्रष्टाचार तो आम लोगों की जान तक लेता रहता है।

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