मंगलवार, 30 अक्तूबर 2018

 25 जनवरी, 2004 को तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत को भ्रष्टाचारमुक्त विकसित राष्ट्र बनाने सपना साकार करने का आह्वान किया था।साथ ही उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया था कि वे इस दिशा मेें अपनी संकल्पना ,कार्य योजनाओं को चुनाव घोषणा पत्रों के जरिए स्पष्ट करें।
  राजनीतिक दलों को न तो यह सब करना था और न किया।उल्टे आज स्थिति यहां तक पहुंच चुकी है
कि सी.बी.आई.ही सी.बी.आर्ई. की जांच कर रही है ।जांच अधिकारी ए.के.बस्सी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि मेरे पास इस बात के सबूत है कि विशेष  निदेशक राकेश अस्थाना ने 3 करेाड़ 30 लाख रुपए रिश्वत ली।ऐसा ही आरोप सी.बी.आई.निदेशक आलोक वर्मा पर राकेश  अस्थाना ने लगाया है।
यह सब क्या हो रहा है अपने देश में ?!



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