सोमवार, 1 अक्टूबर 2018

 पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री रहमान मलिक ने 24 सितंबर 2018 को इस्लामाबाद में कहा कि राहुल गांधी  भारत के प्रधान मंत्री बनने वाले हैं।
  इससे पहले कांग्रेस के प्रमुख नेता मणि शंकर अय्यर ने नवंबर, 2015 में पाकिस्तान जाकर वहां के एक टी.वी.चैनल पर पाकिस्तानियों से अपील की थी कि ‘मोदी को हटाइए और हमें सत्ता में लाइए।’
लगता है कि पाकिस्तान ने अंततः मणिशंकर की बात मान ली और घोषणा कर दी कि राहुल प्रधान मंत्री होने वाले हैं।
संभवतः इसके लिए पाकिस्तान ने अपने ढंग से परोक्ष रूप से कुछ चुनावी इंतजाम भी किए होंगे।
   25 सितंबर 2018 को प्रधान मंत्री ने यह सवाल उठाया है कि क्या भारत का पी.एम.दूसरे देश तय करेंगे ?
कांग्रेस कह रही है कि जब -जब भाजपा कमजोर होती है तो उसे पाकिस्तान की याद आती है।
पर सवाल है कि ऐसी नौबत लाता कौन है ?
जाहिर है कि मणि शंकर अय्यर जैसे नेता जो पाकिस्तान से मदद मांगते हैं।
 कांग्रेस ने जब मणि को पार्टी से निलंबित किया था तो लगा था कि वह अय्यर के विचारों से सहमत नहीं है।
पर उनका निलंबन समाप्त हो जाने पर अब लोगों को क्या नतीजा निकालना चाहिए ?

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