गुरुवार, 17 अक्तूबर 2019

फासीवादी,हत्यारे,अराजकतावादी और जिहादी ही कश्मीर के असल दुश्मन हैं।
हम उनकी कायरता के आगे नहीं झुकेंगे ।
उन्होंने 1990 के दशक से चले आ रहे उन्मादी छद्म युद्ध में हजारों लोगों का कत्ल किया।
हम तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक इनके सताए सभी लोगों को इंसाफ नहीं दिलाएंगे।
ये हमसे कभी नहीं जीत पाएंगे।
           ----इम्तियाज हुसैन,दैनिक जागरण
यह तो ठीक बात है।
पर इस छद्म युद्ध में लगे जेहादियों के साथ हमारी अदालतें और सरकार सामान्य अपराधियों जैसा ही व्यवहार करती हैं।
आज जरुरत इस बात की है कि हमारी सरकार ऐसे कानून बनाए ताकि वास्तविक युद्ध और छद्म युद्ध में लगे देसी-विदेशी राष्ट्रद्रोहियों के बीच कानून की दृष्टि से अंतर मिट जाए।
क्या युद्ध भूमि में इस बात की मनाही है कि जब तक दुश्मन गोली न चलाए,तब तक हमारी सेना गोली नहीं चलाएगी ?

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