शिव खेड़ा की कुछ उक्तियां --2005
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1.-जिन्हें हम अपने बच्चों का गार्डियन बनाने को
तैयार नहीं हैं,
उन्हें हम अपने देश का र्गािर्डयन क्यों बना देते हैं ?
2.-हर देश में सिर्फ दो किस्म के नागरिक होते हैं-
--देशभक्त और गद्दार।
एक देशभक्त अपने देश के लिए कुछ भी कर सकता है।
एक गद्दार अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकता है।
3.-अगर हम समाधान का हिस्सा नहीं हैं तो
हम ही समस्या हैं।
4.-देश कभी चोर उचक्कों की करतूतों से बर्बाद नहीं होता ,बल्कि शरीफ लोगों की कायरता और निकम्मेपन से होता है।
5.-क्या हम अपने देशभक्तों की कुर्बानी यूं ही व्यर्थ जाने देंगेे?
6.-हम देशभक्तों को सलाम करते हैं और जिम्मेदार नागरिकों से अपील करते हैं जिनकी आत्मा सो चुकी है लेकिन मरी नहीं है।
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सुरेंद्र किशोर-17 जनवरी 20
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1.-जिन्हें हम अपने बच्चों का गार्डियन बनाने को
तैयार नहीं हैं,
उन्हें हम अपने देश का र्गािर्डयन क्यों बना देते हैं ?
2.-हर देश में सिर्फ दो किस्म के नागरिक होते हैं-
--देशभक्त और गद्दार।
एक देशभक्त अपने देश के लिए कुछ भी कर सकता है।
एक गद्दार अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकता है।
3.-अगर हम समाधान का हिस्सा नहीं हैं तो
हम ही समस्या हैं।
4.-देश कभी चोर उचक्कों की करतूतों से बर्बाद नहीं होता ,बल्कि शरीफ लोगों की कायरता और निकम्मेपन से होता है।
5.-क्या हम अपने देशभक्तों की कुर्बानी यूं ही व्यर्थ जाने देंगेे?
6.-हम देशभक्तों को सलाम करते हैं और जिम्मेदार नागरिकों से अपील करते हैं जिनकी आत्मा सो चुकी है लेकिन मरी नहीं है।
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सुरेंद्र किशोर-17 जनवरी 20
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