बुधवार, 26 फ़रवरी 2020

सन 2002 में गोधरा रेल डिब्बा कार सेवक दहन कांड की खबर जब तक तैरती रही,तब तक सारे ‘सेक्युलर’ मौन थे।
पर, जैसे ही गुजरात के दूसरे हिस्सों में प्रति हिंसा शुरू हुई,सारे ........वाचाल हो उठे थे ।
कुछ रोने लगे। 
कुछ चीत्कार करने लगे।
इतिहास कई बार खुद को दुहराता है।
इस बार भी इतिहास खुद को दुहरा रहा है।
26 फरवरी 2020

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