अवैध बांग्ला देशी और रोहिंग्या भारत के किसी भी कोने में आसानी से बस सकते हैंे।
लेकिन भारतीय नागरिक शाहीन बाग नहीं जा सकते।
यही सड़क पर पसरा सेक्युलरिज्म है।
----दिव्य कुमार सोती,
दैनिक जागरण,
6 फरवरी 2020
लेकिन भारतीय नागरिक शाहीन बाग नहीं जा सकते।
यही सड़क पर पसरा सेक्युलरिज्म है।
----दिव्य कुमार सोती,
दैनिक जागरण,
6 फरवरी 2020
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