शनिवार, 8 फ़रवरी 2020

अपनी बागवानी की यह कहानी मैं लिखने ही वाला था कि अमित ने बाजी मार ली।
यानी ,बेटा बाप से आगे निकल गया।
अच्छा ही हुआ।
पर, इस मामले में  सबसे आगे तो मेरी पोती रही।
 वह महत्वपूर्ण बात अमित उर्फ गुड्डन से छूट ही गई।
 इस फल का नामकरण भी हो चुका है।
  यू.के.जी. में पढ़ रही गुड््न की बेटी आद्या से एक दिन मैंने पूछा कि यह तो अजीब फल है।इसमें नींबू और संतरा दोनों के गुण हैं।
  इसका क्या नाम रखा जाए ?
उसने एक क्षण देर किए कह दिया-
-‘नीसंत !!’
यानी नींबू प्लस संतरा।



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