रविवार, 9 फ़रवरी 2020

   अमेरिका,चीन ,जर्मनी और जापान कौन कहे,यहां तक 
कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगला देश में भी
नागरिकता रजिस्टर और नागरिकता कार्ड का 
प्रावधान  है।
लोगों को दिए गए हैं।
  पर, भारत में कुछ लोगों को एन.आर.सी. किसी भी कीमत पर मंजूर  नहीं  है !!
क्यों भाई ?
इसलिए कि एन. आर. सी. विरोधी मुसलमानों के लिए भारत कोई देश नहीं, बल्कि मात्र धर्मशाला है।
इस देश में जनसंाख्यिकी बदलाव की प्रक्रिया अभी जारी है।
जब प्रक्रिया पूरी हो जाएगी
 तो फिर यहां भी एन.आर.सी.बन जाएगा।
इधर इस देश के नकली सेक्युलर दलों के लिए देश से अधिक महत्वपूर्ण वोट बैंक है।
--सुरेंद्र किशोर --9 फरवरी 2020
  

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