इस साल भी लोगबाग बाढ़ से खूब ‘प्रभावित’
हो रहे हैं।
पहले के जमाने में लोगबाग बाढ़ से ‘पीडि़त’ हुआ करते थे और नेताओं से ‘प्रभावित’ होते थे।
पर आज का मीडिया तो बता रहा है कि लोग बाढ़ से पीडि़त नहंीं बल्कि प्रभावित हो रहे हैं।
पहले लोग माक्र्स-लेनिन-गांधी-लोहिया-जेपी-दीन दयाल उपाध्याय आदि से प्रभावित हुआ करते थे।आज भी होते हैं।
पर जब अधिक लोग भ्रष्ट और बाहुबली नेताओं से पीडि़त होने लगे तो प्रभावित शब्द को मीडिया ने बाढ़ के साथ जोड़ दिया।
ठीक ही है,अच्छा किया। बात समझ में आ जानी चाहिए,शब्दों का भला क्या व कितना मोल है आज !
2019
हो रहे हैं।
पहले के जमाने में लोगबाग बाढ़ से ‘पीडि़त’ हुआ करते थे और नेताओं से ‘प्रभावित’ होते थे।
पर आज का मीडिया तो बता रहा है कि लोग बाढ़ से पीडि़त नहंीं बल्कि प्रभावित हो रहे हैं।
पहले लोग माक्र्स-लेनिन-गांधी-लोहिया-जेपी-दीन दयाल उपाध्याय आदि से प्रभावित हुआ करते थे।आज भी होते हैं।
पर जब अधिक लोग भ्रष्ट और बाहुबली नेताओं से पीडि़त होने लगे तो प्रभावित शब्द को मीडिया ने बाढ़ के साथ जोड़ दिया।
ठीक ही है,अच्छा किया। बात समझ में आ जानी चाहिए,शब्दों का भला क्या व कितना मोल है आज !
2019
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें