गुरुवार, 15 अगस्त 2019

पहलू खान को कैमरे के सामने मारा गया था।
इसके बावजूद आरोपित रिहा हो गए।
  क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम की कमी और विफलता का
यह बहुत बड़ा उदाहरण है।
इसे सांप्रदायिक चश्मे से नहीं देखकर न्याय व्यवस्था की विफलता के रूप में ही देखा जाना चाहिए।
अगला पहलू खान किसी भी संप्रदाय या जाति का व्यक्ति  हो सकता है।

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