अच्छे व्यक्तियों की, चाहे उनमें कोई अपनी जाति का भी क्यों न हो,तारीफ करना और उनकी मदद करना जातिवाद नहीं है।
हां, वह जातिवाद जरूर है जब आप अपनी जाति के माफिया या भ्रष्ट की भी मदद और वकालत करने लगते हैं।
हां, वह जातिवाद जरूर है जब आप अपनी जाति के माफिया या भ्रष्ट की भी मदद और वकालत करने लगते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें