गुरुवार, 15 अगस्त 2019

इस देश में वाहनों की बिक्री घट रही है।
इसके और भी कारण होंगे,पर बड़ा कारण ओला और उबेर हैं।
हालांकि इनकी ग्रोथ रेट संतोषजनक नहीं है।
 वैसे वाहनों की बिक्री कम होने के दूसरे जो भी परिणाम हों,पर सड़कों पर बढ़ती भीड़ व जाम की समस्या पर हल्का ब्रेक तो लगेगा ही।
 यदि ओला-उबेर  मेट्रो, महा नगरों और नगरों के अलावा उप नगरों तथा आसपास के इलाकों में भी अपनी सेवाएं उपलब्ध कराएंं तो उनका ग्रोथ रेट काफी संतोष जनक हो सकता है।
  एक अनुमान के अनुसार रोज करीब 40 लाख लोग ओला- उबेर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अब बताइए,इनमें से कितने उपभोक्ताओं  का ड्राइवर पर खर्च बच रहा होगा !
हालांकि 40 लाख इतने बड़े देश में कम है।
मैं पटना एम्स के पास रहता हूं,पर ओला हमारे यहां बुलाने पर नहीं आता।यानी ग्रोथ की कितनी गुंजाइश है !

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