20 जनवरी, 2013 को देश के तत्कालीन गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने जय पुर में कहा था कि
‘‘भाजपा और आर.एस.एस.आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों का संचालन कर रहे हैं
और वे हिन्दू आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।’’
शिंदे साहब, इन दिनों देश के कई हिस्सों में मुस्लिम अतिवादी आतंक मचाए हुए हैं।जबकि सीएए से उन्हें कोई नुकसान नहीं होने वाला है।
फिर भी, आपकी कल्पना के उन शिविरों से निकल कर कोई उनका मुकाबला करने के लिए सड़कों पर क्यों नहीं
आ रहा है ?
यदि वे शिविर हैं तो वे किस दिन के लिए हैं ?
आप ही इसका जवाब दे दीजिए।
वैसे आपको और दिग्विजय ंिसंह को छोड कर किसी अन्य को वे शिविर कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।़
दूसरी ओर इस देश की अधिसंख्य आबादी में इस बात को लेकर भी नाराजगी देखी जा रही है कि मोदी सरकार उन अतिवादियों को सड़कों पर करारा जवाब क्यों नहीं दे रही है।
इस बात को लेकर भी गुस्सा है कि आपकी पार्टी की एकतरफा सोच एक बार फिर प्रकट हो रही है जिससे आपके दल को और देश को ही नुकसान हो जाने का खतरा है।
आपके दल कोे नुकसान होगा तो भाजपा ही को तो फायदा होगा !
आप भाजपा के प्रचारक क्यों बने हुए हैं ?
2014 के लोस चुनाव के बाद आई ए.के. एंटोनी कमेटी की रपट को एक बार पढ़ लीजिएगा।
उस पर अमल करने के लिए हाईकमान को कहिए।उससे आपका व देश का भला होगा।
18 दिसंबर 2019
‘‘भाजपा और आर.एस.एस.आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों का संचालन कर रहे हैं
और वे हिन्दू आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।’’
शिंदे साहब, इन दिनों देश के कई हिस्सों में मुस्लिम अतिवादी आतंक मचाए हुए हैं।जबकि सीएए से उन्हें कोई नुकसान नहीं होने वाला है।
फिर भी, आपकी कल्पना के उन शिविरों से निकल कर कोई उनका मुकाबला करने के लिए सड़कों पर क्यों नहीं
आ रहा है ?
यदि वे शिविर हैं तो वे किस दिन के लिए हैं ?
आप ही इसका जवाब दे दीजिए।
वैसे आपको और दिग्विजय ंिसंह को छोड कर किसी अन्य को वे शिविर कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।़
दूसरी ओर इस देश की अधिसंख्य आबादी में इस बात को लेकर भी नाराजगी देखी जा रही है कि मोदी सरकार उन अतिवादियों को सड़कों पर करारा जवाब क्यों नहीं दे रही है।
इस बात को लेकर भी गुस्सा है कि आपकी पार्टी की एकतरफा सोच एक बार फिर प्रकट हो रही है जिससे आपके दल को और देश को ही नुकसान हो जाने का खतरा है।
आपके दल कोे नुकसान होगा तो भाजपा ही को तो फायदा होगा !
आप भाजपा के प्रचारक क्यों बने हुए हैं ?
2014 के लोस चुनाव के बाद आई ए.के. एंटोनी कमेटी की रपट को एक बार पढ़ लीजिएगा।
उस पर अमल करने के लिए हाईकमान को कहिए।उससे आपका व देश का भला होगा।
18 दिसंबर 2019
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