गुरुवार, 19 दिसंबर 2019

पूर्वी दिल्ली के सीलम पुर में नागरिकता कानून के खिलाफ 
विरोध प्रदर्शन नहीं,बल्कि सरेआम  गुंडागर्दी है।
   कानून हाथ में लेकर कोई प्रदर्शन नहीं होता।
देश का लोकतंत्र आपको चुनी हुई सरकार से सवाल पूछने का हक देता है।
हिंसा का नहीं....
हिंसा होगी ..
पुलिसवालों पर हमला होगा 
तो फिर पुलिस की लाठियां खाने को तैयार रहो।
              ----  समीर अब्बास,दैनिक जागरण  
18 दिसंबर 2019

कोई टिप्पणी नहीं: