बुधवार, 25 सितंबर 2019

 एडमिट कार्ड और इंटरव्यू लेटर वालों की जांच शाम में हो
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नियम तोड़ने पर सांसद ,विधायक और केंंद्रीय मंत्री की गाडि़यों पर जुर्माना होना बहुत बड़ी बात है।
ठीक उसी तरह, जिस तरह किसी पूर्व मुख्य मंत्री  द्वारा किए गए सड़क की जमीप पर अतिक्रमण को हटाना। 
इन सब कार्रवाइयों का असर अन्य क्षेत्रों के नियम-कानून तोड़कों पर भी पड़ सकता है।
पटना की सड़कों पर तो अब दिखने ही लगा है।
यहां किसी निक्सन की बेटी और मार्गरेट थेचर के पुत्र पर जुर्माने की परंपरा नहीं रही है।
याद रहे कि उन पर मामूली अपराध के आरोप थे।
यहां तो आजादी के तत्काल बाद के एक केंद्रीय मंत्री के हत्यारे पुत्र को जमानत दिलवा कर विदेश भगा देने का प्रबंध  एक दूसरे प्रभावशाली केंद्रीय मंत्री ने ही कर दिया था।
इस देश में कमोवेश वही परंपरा जारी रही है। 
  पर,ट्राफिक नियमन को लेकर बिहार सहित देश में इन दिनों अच्छा काम हो रहा है।
किन्तु  किसी भी नियम-कानून  को लागू करने के लिए अति पर उतरना प्रति -उत्पादक साबित हो सकता है।
उससे जन भावना आहत होती है।
  जिनके पास परीक्षा के  एडमिट कार्ड हैं या नौकरी के लिए इंटरव्यू लेटर मौजूद हंै,उनकी गाडि़यों की जांच उनके लौटते समय भी हो सकती है।,  

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