सोमवार, 2 सितंबर 2019

अरुंधती राय बनाम तसलीमा नसरीन
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तसलीमा नसरीन ने हाल में लिखा है कि 
‘हम जानते हैं कि पाकिस्तानी फौज कितनी क्रूर है।
पूर्वी पाकिस्तान में उन्होंने दो लाख महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया।
30 लाख लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
उन्होंने हमारा घर लूटा।
मेरे पिता को लगभग मार ही दिया था।
आखिर अरुंधती राय ने यह कैसे कहा कि पाकिस्तानी फौज अपने लोगों पर हमला नहीं करती।
2011 में उन्होंने कैसे पाकिस्तानी फौज की तारीफ कर दी ?
और इतने साल बाद वह मुगालते में रहीं ।’
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याद रहे कि 2011 के अपने बयान को लेकर अरुंधती 
ने हाल में माफी मांगी है।
पर,सवाल है कि वह अपने कितने भारत विरोधी बयानों 
के लिए माफी मंागेंगी ?
अरुंधती ने तो यह भी कह दिया था कि 2001 में भारतीय संसद पर जो आतंकी हमला हुआ,वह खुद भारत सरकार के खुफिया संगठन ने करवाया था।
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अब लगे हाथ यह भी जान लीजिए कि पाकिस्तानी फौज ने पूर्वी पाकिस्तान में तब क्यों जुल्म ढाया था।
1970 में पाकिस्तान की राष्ट्रीय एसेम्बली की 300 सीटों के लिए आम चुनाव हुआ।
पूर्वी पाकिस्तान आधारित मुजीबुर रहमान की पार्टी को 160 सीटें मिल गईं।यानी पूर्ण बहुमत।
पर पश्चिम पाकिस्तान के नेता भुट्टो व सेना नहीं चाहते थे कि पूर्वी पाक का कोई नेता देश पर शासन करे।
उन्हें बहुमत से कोई मतलब नहीं था।
नतीजतन पूर्वी पाकिस्तान में, जो अब बंगाला देश है,गृह युद्ध छिड़ गया।
सेना व कट्टर पंथियों से प्रताडि़त होकर पूर्वी पाक के करीब 1 करोड़ शरणार्थियों ने भारत में शरण ली।
यानी, भारत पर पाक सेना ने युद्ध थोप दिया।  


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